धर्म मानव जीवन का अनिवार्य अंग है। धर्म स्व से उठकर अपनी आत्मा का सर्वव्यापक जगत आत्मा के साथ सम्बन्ध स्थापित करता है। रामायण में मानव कल्याण सम्बन्धी अनेक धार्मिक नीतियों का आख्यान है जो वर्तमान समय में भी समाज और हमारे जीवन को दशा और दिशा प्रदान करता है।
डाॅ0 अशोक कुमार दुबे. महर्षि वाल्मीकि कृत रामायण में धर्म. International Journal of Advanced Research and Development, Volume 2, Issue 3, 2017, Pages 185-186